दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज के लिए वेंकटेश और रुतुराज का चुना जाना तय- रिपोर्ट

दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज के लिए वेंकटेश और रुतुराज का चुना जाना तय- रिपोर्ट

दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज के लिए वेंकटेश और रुतुराज का चुना जाना तय- रिपोर्ट

दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज के लिए वेंकटेश और रुतुराज का चुना जाना तय- रिपोर्ट

नई दिल्ली। भारतीय चयनकर्ताओं के लिए आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले वनडे टीम के लिए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की विजय हजारे ट्राफी में खराब लय चिंता का सबब हो सकती है, लेकिन युवा रुतुराज गायकवाड़ और वेंकटेश अय्यर का टीम में चुना जाना लगभग तय है।

जनवरी में खेले जाने वाले तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए बीसीसीआइ ने पहले ही रोहित शर्मा को इस प्रारूप का कप्तान नियुक्त कर दिया है, लेकिन अभी टीम की घोषणा नहीं हुई है। यह देखा जाना बाकी है कि चयनकर्ता 50 ओवर की प्रतियोगिता के लिए बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए सुरक्षित माहौल) और कार्यभार प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए कितने खिलाडि़यों को टीम में जगह देते हैं। विजय हजारे ट्राफी के मौजूदा सत्र में गायकवाड़ और अय्यर ने अब तक क्रमश: तीन और दो शतक लगाए हैं। अय्यर ने इस दौरान कुछ विकेट भी चटकाए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि वह टीम के प्रमुख आलराउंडर के रूप में फिलहाल हार्दिक पांड्या को पीछे छोड़ने के लिए तैयार हैं।

यह समझा जाता है कि लोकेश राहुल और रोहित की उपस्थिति में सलामी बल्लेबाज के तौर पर अय्यर को टीम में जगह मिलना मुश्किल है। ऐसे में उन्हें पांचवें या छठे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए फिनिशर की भूमिका निभानी होगी। उन्होंने केरल के खिलाफ चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 84 गेंदों में 112 रन और फिर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 49 गेंदों में 71 रन बनाकर इस तरह की भूमिका निभाई। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए रविवार को उन्होंने 113 गेंद में 10 छक्के की मदद से 151 रन की पारी खेली।

बीसीसीआइ के एक सूत्र ने कहा, 'वेंकटेश निश्चित रूप से दक्षिण अफ्रीका जा रहे हैं। वह हर मैच में 9 या 10 ओवर गेंदबाजी कर रहे हैं और हार्दिक के अस्वस्थ होने के कारण उन्हें मौका देने का अच्छा समय है। नए टीम प्रबंधन ने उन्हें मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने की सलाह देकर बिलकुल सही काम किया। अगर वह चोटिल नहीं होते हैं तो दक्षिण अफ्रीका के लिए वनडे मैचों की टीम में निश्चित रूप से होंगे।'

महाराष्ट्र के कप्तान गायकवाड़ ने आइपीएल की अपनी शानदार लय को विजय हजारे ट्राफी में जारी रखते हुए चयनकर्ताओं की परेशानी बढ़ा दी है। गायकवाड़ ने श्रीलंका में दो टी-20 मैच खेले थे, लेकिन उन्हें वनडे में मौका नहीं मिला। यहां तक कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों के टी-20 सीरीज में भी उन्हें जगह नहीं मिली, क्योंकि रोहित शीर्ष पर बल्लेबाजी कर रहे थे और राहुल तथा इशान किशन उनके सलामी जोड़ीदार थे। गायकवाड़ ने लगातार मैचों में मध्यप्रदेश के खिलाफ 136, छत्तीसगढ़ के खिलाफ नाबाद 154 और केरल के खिलाफ 124 रन की पारी खेली है, जिसे नजरअंदाज करना चयनकर्ताओं के लिए मुश्किल होगा।

दूसरी तरफ धवन ने इस दौरान 0, 12, 14, 18 रन की पारियां खेली हैं। कोच राहुल द्रविड़ जिस तरह से टेस्ट मैचों के लिए अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा जैसे सीनियर खिलाडि़यों को मौका दिया है उससे लगता है कि धवन को भी एक और मौका मिलेगा। बीसीसीआइ सूत्र ने कहा, 'पिछली बार जब भारत ने 50 ओवर की सीरीज खेली थी तब धवन भारत का नेतृत्व कर रहे थे और श्रीलंका में भी मैच जिताने वाली पारी भी खेली थी। उनके पास लय हासिल कर रन बनाने की क्षमता है। इसलिए गायकवाड़ को टीम में होना चाहिए, लेकिन मुझे लगता है कि चयनकर्ता धवन को एक आखिरी मौका दे सकते हैं।'